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**ओवरथिंकिंग और तीसरा नेत्र ब्लॉक – भीतर का गहरा संबंध

क्या ज़रूरत से ज़्यादा सोचना आपकी अंतर्ज्ञान शक्ति को बंद कर रहा है? पहचानें और आज ही हील करें**

रहे, तो आत्मा मौन हो जाती है

क्या कभी आपने महसूस किया है कि आपके विचार थमते ही नहीं?

हर निर्णय से पहले हज़ार विचार,
हर रिश्ते में ‘क्या होगा अगर…’,
हर रात, एक असंतुलित दिमाग़ –
फिर भी भीतर खालीपन, असमंजस और थकावट।

यह सिर्फ आदत नहीं है — यह ऊर्जा का अवरोध है।
विशेष रूप से, यह आपकी आज्ञा चक्र (तीसरे नेत्र) को प्रभावित करता है —
वह केंद्र जहाँ अंतर्ज्ञान, स्पष्टता और आत्मिक दिशा जन्म लेती है।

यह ब्लॉग उन स्त्रियों के लिए है जो:

अधिक सोचने से थक चुकी हैं

अपनी आत्मिक शक्ति से कट चुकी हैं

और अब मन की आवाज़ के बजाय आत्मा की फुसफुसाहट सुनना चाहती हैं।

🔮 तीसरा नेत्र (Third Eye Chakra) क्या है और यह क्यों ब्लॉक होता है?

आज्ञा चक्र हमारे दोनों भौंहों के बीच स्थित होता है और यह:

अंतर्ज्ञान

आंतरिक दृष्टि

मानसिक स्पष्टता

आत्मिक मार्गदर्शन
से जुड़ा होता है।

जब यह सक्रिय होता है:

निर्णय सहज होते हैं

जीवन में दिशा स्पष्ट होती है

आत्मा की आवाज़ सुनी जाती है

Divine Timing पर भरोसा होता है

लेकिन जब हम:

ज़रूरत से ज़्यादा सोचते हैं

हर चीज़ को तर्क से तोलते हैं

अंदर की आवाज़ को नकारते हैं

तो तीसरा नेत्र धीरे-धीरे बंद होने लगता है।

🌫️ ओवरथिंकिंग: सोच का जाल जो अंतर्ज्ञान को ढक देता है

अत्यधिक सोचना कोई स्पष्टता नहीं लाता — बल्कि ऊर्जात्मक चिंता पैदा करता है।

इसके पीछे अक्सर होते हैं:

निर्णय लेने का डर

सही साबित होने की जिद

पुराने धोखों का भय

आत्मविश्वास की कमी

और मूलाधार चक्र की अस्थिरता

इसलिए हम हर बात पर सोचते रहते हैं —
और अंततः, मन के शोर में आत्मा की आवाज़ खो जाती है।

तीसरा नेत्र + मूलाधार चक्र: अदृश्य जुड़ाव

बहुत कम लोग जानते हैं कि:

जब तीसरा नेत्र असंतुलित होता है, तो इसका सीधा असर मूलाधार चक्र पर भी पड़ता है।

तीसरा नेत्र देखता है

मूलाधार उसे ज़मीन देता है

जब मन में संशय होता है:

ज़मीन से जुड़ाव टूट जाता है

सुरक्षा की भावना कम हो जाती है

और परिणामस्वरूप, धन-ऊर्जा भी रुक जाती है

🧬 संकेत कि ओवरथिंकिंग आपकी अंतर्ज्ञान शक्ति को बंद कर रही है

यदि आप नीचे दिए गए लक्षणों को महसूस करती हैं:

हर निर्णय पर आत्म-संदेह

किसी से पूछे बिना निर्णय नहीं ले पाना

“अगर ऐसा हुआ तो?” जैसे विचारों में फँसना

ध्यान में भी दिमाग़ दौड़ता रहना

भौंहों के बीच भारीपन या हल्का सिरदर्द

आत्मा की आवाज़ सुनना मुश्किल लगना

सपनों या प्रतीकों से कटाव

हमेशा सही निर्णय की तलाश में रहना

तो आपके तीसरे नेत्र में ब्लॉक है —
और उसे मूलाधार की शक्ति से जोड़कर heal करना ज़रूरी है।

🌼 आध्यात्मिक कारण: संवेदनशील और intuitive स्त्रियाँ ज़्यादा क्यों सोचती हैं?

अक्सर ऐसी स्त्रियाँ:

जिनकी अंतर्ज्ञान शक्ति बचपन से तेज़ रही

लेकिन उन्हें “बहुत भावुक”, “ड्रामेटिक”, या “गलत सोचने वाली” कहा गया

जिनकी भावना को गंभीरता से नहीं लिया गया

तो उन्होंने अंततः मन की सुनना शुरू कर दिया, और आत्मा की आवाज़ दबा दी।

परंतु…

अब समय है अपने स्त्री अंतर्ज्ञान को पुनः जगाने का।

🌷 ओवरथिंकिंग से धनऊर्जा कैसे रुकती है?

धन केवल पैसे तक सीमित नहीं —
बल्कि यह है आपकी ऊर्जा प्राप्त करने की क्षमता।

जब आप सोचने में फंसी होती हैं:

तो Divine timing miss होती है

निर्णयों में देरी होती है

संदेह ऊर्जा को पीछे धकेलता है

और abundance आपसे दूर होती है

अंतर्ज्ञान clarity लाता है — और clarity ही धन को आकर्षित करती है।

🪷 सहायक उपकरण (Tools):

उपकरणलाभ
ऐमेथिस्टअंतर्ज्ञान बढ़ाता है, ओवरथिंकिंग शांत करता है
लैपिस लाज़ुलीतीसरे नेत्र को खोलता है, सच्चाई गहराता है
वेटिवर तेलमूलाधार ग्राउंडिंग, मन को शांत करता है
चंद्र भेदन प्राणायामचंद्र ऊर्जा से मानसिक संतुलन
जर्नलिंगविचारों और अंतर्ज्ञान में अंतर लाना सिखाता है

जर्नलिंग प्रश्न

मैं किस निर्णय को ज़रूरत से ज़्यादा सोच रही हूँ?

यदि मैं अपने अंतर्ज्ञान पर भरोसा करूँ तो क्या निर्णय लूँगी?

कौन-सा डर मेरे इस सोचने के पीछे छिपा है?

मेरी Higher Self मुझे आज क्या बताना चाहती है?

🧘‍ पुष्टि (Affirmations):

“मैं अपनी आंतरिक आवाज़ पर भरोसा करती हूँ।”

“मेरे विचार शांत हैं, मेरी दृष्टि स्पष्ट है।”

“मैं आत्मा से जुड़ी हूँ, भय से नहीं।”

“जब मैं रुकती हूँ, तब मुझे उत्तर मिलते हैं।”

“मेरे अंतर्ज्ञान से ही मेरे जीवन की दिशा तय होती है।”

🌼 सच्ची कहानी: ‘मीरा’ की अंतर्ज्ञान वापसी

मीरा, एक 39 वर्षीय रेकी हीलर, हमेशा संदेह में रहती थीं।
चाहे वह कोर्स शुरू करना हो या किसी रिश्ते में आगे बढ़ना —
वह मन से निर्णय लेने की कोशिश करती थीं, पर आत्मा से कट चुकी थीं।

जब उन्होंने तीसरे नेत्र और मूलाधार पर ध्यान केंद्रित किया,
तो उन्होंने डर के पीछे छिपी सच्चाई को पहचाना —
और तब स्पष्टता मौन के माध्यम से आई।

💎 निष्कर्ष: मन एक उपकरण है, अंतर्ज्ञान दिशा है

जब केवल मन ही बोलता है, तो आत्मा मौन हो जाती है।

पर आप अब हीलिंग की स्थिति में हैं —
आप ग्राउंडेड हैं, सुरक्षित हैं, और Divine Guidance के लिए खुली हैं।

आज ही यह कहें:

“मेरे विचार शांत हैं। मेरी दृष्टि दिव्य है।
मैं सोचने के पीछे नहीं भागती — मैं आत्मा की फुसफुसाहट सुनती हूँ।”

📥 बोनस डाउनलोड करें:

“तीसरा नेत्र और ओवरथिंकिंग डिटॉक्स जर्नल” (PDF)
जिसमें शामिल हैं:

✅ 5-दिन की हीलिंग प्रैक्टिस
✅ ध्यान स्क्रिप्ट
✅ पुष्टि वाक्य
✅ जर्नलिंग प्रश्न
✅ रात की अंतर्ज्ञान ध्यान विधि

👉 [अभी डाउनलोड करें]

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